महुआ यानि देशी शराब था नशा इस महुआ में। जैसा नाम वैसा रूप उस अदिवासी महिला का। मजदूर महिलाओं के बीच ... महुआ यानि देशी शराब था नशा इस महुआ में। जैसा नाम वैसा रूप उस अदिवासी महिला का। म...
"आप नहीं समझोगी माँ... आप नहीं समझोगी.." काले होने का दुख क्या होता है.... "आप नहीं समझोगी माँ... आप नहीं समझोगी.." काले होने का दुख क्या होता है....
माँ आज मेरी जिंदगी की सबसे खुशी का दिन था क्योंकि पहली बार वहाँ सबने मुझे कहा था देखो ये है कितनी भ... माँ आज मेरी जिंदगी की सबसे खुशी का दिन था क्योंकि पहली बार वहाँ सबने मुझे कहा था...
"मजाक न करो, भैया को खाना खिला कर भेजते हैं।" "मजाक न करो, भैया को खाना खिला कर भेजते हैं।"
मैं अक्सर सोचता हूँ कि अब तुम कैसी लगती होगी। मैं अक्सर सोचता हूँ कि अब तुम कैसी लगती होगी।
रंग नहीं व्यवहार देखो रंग नहीं व्यवहार देखो